नगर निगम सदन की मासिक बैठक, तीन गुना नहीं, मगर बढेंगे पानी के रेट: मेयर

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अर्थ प्रकाश/वीरेंद्र सिंह
 

चंडीगढ़। Monthly meeting of Municipal Corporation House: मंगलवार को आयोजित नगर निगम चंडीगढ़़ की 310वीं बैठक की शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई। सदन की कार्रवाई आरंभ होते ही आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने अपने हाथों में 'पानी के रेट नहीं बढऩे देंगे' लिखे स्लोगन वाली तख्तियां लहराते रहे। जोर-जोर से नारे लगाते रहे कि पानी के रेट नहीं बढऩे देंगे। मेयर के बार-बार हस्तक्षेप के बावजूद कि इस पर चर्चा बाद में की जायेगी, फिर भी 'आप' के पार्षद अपनी जिद पर अड़े रहे। 11.30 बजे से लेकर 12.00 बजे तक आधे घंटे का विशेष समय केवल पानी के मुद्दे को लेकर ही बहस चलती रही। बाद में कांग्रेस और भाजपा के भी कुछ पार्षद इसमें हस्तक्षेप कर पानी की दरें न बढऩे को लेकर बोलते रहे। 
    

मेयर ने आश्वासन दिया कि वह शहर में पानी के तीन गुना रेट नहीं बढऩे देंगी। किंतु फिर भी यदि नगर निगम की वित्तीय स्थिति की तरफ देखें तो हमें थोड़ी वृद्धि के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा। क्योंकि विगत कुछ वर्षों से पानी की दरों में कुछ वृद्धि नहीं की गई है। 
    

आप' के पार्षद योगेश ढींगरा ने कहा कि २४ गुना ७ पेयजल की आपूर्ति से शहर को क्या मिलने वाला है, जबकि ऊपरी मंजिलों पर आज भी पानी का दबाव कम होने से वहां के निवासी परेशान रहते हैं। इससे शहरवासियों को अतिरिक्त क्या मिला। 
  

 कांग्रेस की गुरबख्श रावत ने कहा कि पानी के खराब मीटरों को ठीक कराकर और इधर-उधर पाइपों की लीकेज रोककर हम लोगों को पेयजल की बेहतर सप्लाई दे सकते हैं। इससे निगम के राजस्व में घाटा भी नहीं होगा और लोग भी संतुष्ट रहेंगे। 
    

कमिश्नर श्रीमती अनिंदिता मित्रा ने कहा कि मेयर हाउस ने उस प्रस्ताव  को पास किया है। इसलिए वैधानिक रूप से उसे हम निरस्त नहीं कर सकते हैं। इसके बाद सरकार की तरफ से इस पर नोटिफिकेशन होगा। इसके अलावा इस मामले पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। 
    

प्रस्तावों पर चर्चा शुरू होते ही आप के योगेश्वर ढींगरा ने मेयर से अपील की कि वह निगम सदन की बैठक अपने ढंग से न चलाकर उसे व्यावहारिक रूप से चलायें। उनका कहना था कि किसी भी प्रस्ताव पर चर्चा के पूर्व उस पर सदन में वोटिंग करायी जाये। कांग्रेस ने भी उनका अनुमोदन किया। 
  

 फिर क्या था, वोटिंग में बहुमत के आधार पर सभी प्रमुख प्रस्तावों को रद्द कर दिया गया। भाजपा इस खेल में अल्प संख्या के आधार पर विफल हो गई। कांग्रेस और आप ने सभी प्रस्तावों को रद्द करवा दिया। इसमें चंडीगढ़ में पालतू कुत्तों द्वारा वायलेशन करने पर उसके स्वामी के खिलाफ जुर्माने की रकम बढ़ाने का प्रस्ताव भी शामिल था। निगम की तरफ से अब पेट डाग्स अमेंडमेंट बॉयलाज 2020 के अंतर्गत संशोधन नहीं किया जायेगा, जिसमें कुत्ते के मालिक पर जुर्माने की अतिरिक्त रकम लगाई जा सके। डॉग बाइट्स पर पांच हजार जुर्माने का प्रावधान भी था।

गांव रायपुरकलां में मवेशी पान्ड का नवनिर्माण, चंडीगढ़ विध्वंस अपशिष्ट प्रबंधन नीति २०२१ के संबंध में विभिन्न दरों का निर्धारण, एसडीई एमसीपीएच उपमंडल के अधिकार क्षेत्र के तहत एसटीपी रायपुर खुर्द में मौजूदा स्टार्म वाटर की निकासी के लिए धक्का कालोनी के सीवरेज पानी को टैप करने के लिए ३६ इंच साइज की पाइप उपलब्ध कराने की अनुमानित राशि निधारित करने के प्रस्ताव शामिल हैं। जिन्हें वोटिंग के माध्यम से खारिज कर दिया गया। कुल नौ प्रस्ताव रद्द कर दिये गये। नगर निगम के इतिहास में यह पहली बार हुआ है।
 

अलग-अलग मीटर लगें
कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह गाबी ने कहा कि ग्राउंड फ्लोर और ऊपरी मंजिलों के मकानों की अलग-अलग मीटर लगने चाहिए, ताकि जितना पानी आये उतना ही बिल भी भरना पड़े। इससे किसी को नुकसान नहीं होगा। 

 

2011 के रेट अप्लीकेबल हों
आगामी अपै्रली माह से पानी की नई दरों के साथ बिल भेजे जायेंगे। उसी से स्थिति स्पष्ट हो पायेगी। गुरबख्श रावत ने कहा कि पानी के रेट २०१३ के स्लैब से नहीं बढऩे चाहिएं, बल्कि यह दरें वर्ष २०११ के रेट से अप्लीकेबल होने चाहिए। भाजपा के महेश इंदर सिंह ने भी कहा कि पीने के पानी के रेट तीन गुना नहीं बढऩे चाहिएं।

 

प्रेमलता ने मांगी माफी
आप की प्रेमलता को राष्ट्रीय झंडे के अपमान पर सदन में माफी मांगनी पड़ी। यह मामले विगत सदन बैठक का है जिसमें उन्होंने राष्ट्रगमान के समय अपने हाथ में लिए तिरंगे को टेढ़ा कर उस पर पानी उड़ेल दिया था। उसके बाद वह निंदा का पात्र बनती रहीं। आज भाजपा की तरफ से राष्ट्रीय झंडे के अपमान के विरुद्ध भाजपा के सौरभ जोशी, हरप्रीत बबला सहित सभी पार्षदों ने कड़ी निंदा करते हुए प्रेमलता से माफी मांगने की बात की। बाद में उन्होंने यह कहकर माफी मांग की कि यदि जाने-अनजाने में राष्ट्रीय ध्वज का अपमान हुआ है, तो वह इसके लिए क्षमा याचना करती हैं। 

 

गांवों की जमीनों पर लैंड पूलिंग
नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी गांवों की जमीनों की बिक्री के लिए लैंड पूलिंग की बेहतर प्रणाली बनाने का सबसे बाद में रखा गया टेबल एजेंडा सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। अन्य पार्षदों का भी यही कहना था कि यह नियम सभी गांवों पर लागू होने चाहिए। चंडीगढ़ एयरपोर्ट का रास्ता निकालने के लिए लैंड पूलिंग पॉलिसी लागू करने की बात संंबंधी प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई। इसके अलावा अन्य सभी प्रस्ताव रद्द कर दिये गये। आज की बैठक की सबसे आश्चर्यजनक बात यह रही कि नगर निगम की प्रापर्टी टैक्स प्रणाली को मजबूती देने, नगर निगम की रिहायशी, कमर्शियल लैंड प्रापर्टी को आक्शन पर राजस्व बढ़ाने का प्रस्ताव भी रद्द कर दिया गया।